सामाजिक उत्तरदायित्व को धारण कीजिए नीलम जगदीश गुप्ता
*सामाजिक उत्तरदायित्व को धारण कीजिये।*
लॉकडाउन को एक महीने से अधिक समय हो चुका है। आप के यहाँ पिछले एक माह से काम वाली बाई काम करने नहीं आई है। वो कहीं भी किसी भी घर में काम करने नहीं जा पा रही है। अब 1 तारीख आने वाली है। सभी ये सोच सकते हैं कि काम नहीं तो भुगतान क्यों? यदि सभी ने ऐसा ही सोचा तो सोचो अगले माह उसके साथ क्या होगा? यदि आय एकदम बंद हो जाती है तो पेट भरने के लिए वो जैसे तैसे व्यवस्था कर लेगी, लेकिन इसका सीधा असर, कई मामलों में गंभीर भी, उस पर और उसके बच्चों पर पड़ेगा। कोई भी महिला शौक से दूसरों के घरों में जाकर काम नहीं करती। जब उसकी और उसके बच्चों की मौलिक आवश्यकताएं ही पूरी नहीं होती तब वो हमारे आपके घरों में आ कर काम करती है।
अतः मेरी आपसे प्रार्थना है कि सामाजिक उत्तरदायित्व को धारण कीजिये अर्थात धर्म को धारण कीजिये और आपके गृह कार्य में नित्य आपकी सहयोगिनी रहने वाली अपनी काम वाली बाई को इस माह भी कुछ न कुछ भुगतान कीजिये।
मेरी यही प्रार्थना अपने दूकानदार, वर्कशॉप चलाने वाले या ऐसा ही कार्य करने वाले अन्य भाइयों से भी है। कृपया अपने सेल्समेन, मिस्त्री, हेल्पर या अन्य छोटे कर्मचारियों का भुगतान मत रोकिये। ऐसे कठिन समय में उनकी मदद कीजिये। ये हमारी परीक्षा का समय है।
कोरोना संक्रमण का ये कठिन युद्ध हम एक दिन जीत ही लेंगे। संवेदना से भरे हमारे इस एक कदम से, उसके बाद का हमारा समाज अधिक सुन्दर और सुखी होगा। मुझे पूरा विश्वास है।
- नीलम जगदीश गुप्ता आगे पढ़ें