भोपाल। राजधानी में कोरोनावायरस का संक्रमण फैलाए जाने का जिम्मेदार बताए जा रहे निजामुद्दीन की मरकज से आए जमातियों पर सरकार की ओर से एफआईआर दर्ज कराई गई है। क्वारैंटाइन पीरियड पूरा होते ही इन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। ऐसे लोगों की संख्या 87 बताई गई है। इन जमातियों को इस्लाम नगर स्थित ईंटखेड़ी, हज हाउस समेत शहर की विभिन्न मस्जिदों में क्वारैंटाइन किया गया है। प्रदेशभर में पकड़े गए जमातियों पर कार्रवाई की जाएगी। इसके संकेत मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को दिए थे। मुख्यमंत्री ने जमातियों और संक्रमित लोगों से स्वयं आगे आकर जानकारी देने को कहा था। लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ। इसके बाद प्रदेश सरकार ने एफआईआर करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को कहा कि किसी भी हर धर्म की सभी तरह की गतिविधियों पर रोक लगाई गई है। इसके बाद भी लोग मान नहीं रहे हैं। इसलिए ये सख्त कार्रवाई की गई है और आगे भी करेंगे। उधर, छिंदवाड़ा और सागर में मस्जिद में सामूहिक रूप से नमाज पढ़ रहे करीब 53 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया
जानकारी के अनुसार, भोपाल में जो जमाती क्वारैंटाइन किए गए हैं उनमें 64 विदेशी, अन्य राज्यों के 10 जमाती और इनका स्थानीय स्तर पर सहयोग करने वाले 13 लोगों की पहचान होने के बाद क्वारैंटाइन किया गया है। यह जमाती शहर की विभिन्न मस्जिदों में अलग-अलग समय पर रहे और स्थानीय लोगों की मदद से घनी बस्तियों में समूह के तौर पर घूमकर धार्मिक प्रचार किया। इसके बाद जमातियों को इन लोगों ने मस्जिदों में बुलाया और लंबी बैठकें की। जमाती शहर में अलग-अलग बस्तियों में करीब एक हजार से ज्यादा लोगों से मिले। स्थानीय लोग जाने या अनजाने में अपने परिवार और अन्य लोगों के संपर्क में आए। पुलिस को जमातियों की सभी संख्या भी पता नहीं चल पाई है। वहीं, भोपाल आईं करीब एक दर्जन से अधिक महिला जमातियों का पुलिस अब तक पता नहीं लगा पाई है। 31 जमाती और इनके संपर्क में 33 लोग संक्रमित चेन का पता नहीं: शहर में जो जमाती क्वारैंटाइन किए गए थे उसमें से 20 विदेशी जमाती, 11 अन्य राज्यों और इनके संपर्क में आए शहर के 33 लोगों को कोरोनावायरस के संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। इनके संपर्क में आए 300 से ज्यादा लोगों की रिपोर्ट आना अभी बाकी है।