रायपुर। छत्तीसगढ़ के स्टील कारोबारियों के ठिकानों पर रायपुर, दुर्ग और भिलाई में पिछले तीन दिन से चल रही आयकर कार्रवाई के बाद 150 करोड़ की बोगस इंट्री पकड़ी गई है। आयकर इन्वेस्टिगेशन विंग के आला अधिकारियों ने बताया कि कारोबारियों ने 80 करोड़ की बोगस इंट्री को स्वीकार कर लिया है। शुक्रवार देर शाम को कारोबारियों के 21 ठिकानों पर चल रही कार्रवाई पूरी हो गई। कारोबारियों के पास से मिली 1.6 करोड़ की ज्वेलरी, 35 लाख रुपए जब्त किया गया है। चौंकाने वाली बात यह है कि कारोबारियों के ठिकानों से 1.26 करोड़ रुपये की हुंडी के कागजात मिले हैं।
आयकर की टीम अब कारोबारी और कमीशन एजेंट के ठिकानों से जब्त दस्तावेजों की जांच के बाद आगे की कार्रवाई करेगी। इन्वेस्टिगेशन विंग के आला अधिकारियों ने बताया कि लॉकरों की जांच होना बाकी है। कुछ लॉकरों की जांच की गई है, लेकिन टीम को उन लॉकरों से कुछ नहीं मिला है।
कारोबारियों ने पिछले दो साल में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की थी। 150 करोड़ की बोगस इंट्री भी दो साल में की गई है। कारोबारियों के जमा रिटर्न में गड़बड़ी मिलने के बाद पहले सर्वे फिर छापे की कार्रवाई की गई। कारोबारियों ने आयकर नोटिस का सही ढंग से जवाब नहीं दिया, जिसके बाद कार्रवाई की गई।
अधिकारियों ने बताया कि एक जनवरी 2018 से लेकर अब तक डेढ़ सौ करोड़ रुपये के बोगस इंट्री करने की जानकारी की पुष्टि होने के बाद एक साथ कार्रवाई की गई। बोगस इंट्री भी अज्ञात लोगों के नाम से हैं, जिसकी जांच टीम करेगी। कारोबारी ब्याज का धंधा लोहा कारोबार के क्षेत्र से जुड़े लोगों के साथ करते थे, या अन्य क्षेत्र से जुड़े व्यवसायी से करते थे, इसकी भी जांच की जाएगी।